शेयर बाजार के फायदे और नुकसान

इन दिनों शेयर मार्केट के बारे में हर कोई चर्चा कर रहा है, हो सकता है आप भी अपना पैसा स्टॉक मार्केट में लगाने के बारे में सोच रहे हों। आज हम शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे बात करने वाले हैं। शेयर बाजार एक ऐसी जगह है जहाँ से आप अच्छा-ख़ासा पैसा कमा सकते हैं लेकिन इसके विपरीत भी हो सकता है यानी आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।

ताजा उदाहरण देखें तो हाल ही में आये कोरोना महामारी की वजह से स्टॉक मार्केट बुरी तरह से गिर गया था सभी निवेशकों के पोर्टफोलियो में 80-90% तक का नुकसान दिखाई दे रहा था इस स्थिति में जिन लोगों ने घबराहट में अपने स्टॉक्स बेच दिए उन्हें नुकसान उठाना पड़ा है।

लेकिन यह महामारी शेयर बाजार के जानकारों के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आया था। बड़े निवेशकों को ऐसे मौके का इंतजार होता है और इस मौके पर अच्छी कंपनियों के स्टॉक्स को बहुत कम भाव में खरीद पाते हैं। कोरोनाकाल के बाद मार्केट बड़ी तेजी से ऊपर जाता हुआ दिखा और अपने उच्चतम स्तर को भी तोड़कर आगे बढ़ चुका है। इस प्रकार से स्टॉक मार्केट के अपने फायदे भी है और नुकसान भी आइये शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानते हैं।

शेयर बाजार के फायदे और नुकसान

शेयर बाजार के फायदे

कम समय में अच्छा मुनाफा कमाने की संभावना: शेयर बाजार निवेश का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें कम समय के निवेश में भी अधिक लाभ कमाए जा सकते हैं। यदि हम बैंक एफडी, बचत खाते आदि की बात करें तो ये सभी लम्बे अवधि के निवेश में एक निर्धारित रिटर्न दे पाते हैं लेकिन स्टॉक मार्केट में कम अवधि में अच्छा मुनाफा मिल सकता है यह पूरी तरह से निवेश किये गये कम्पनी के कामकाज और मार्केट के माहौल पर निर्भर करती है।

अधिक रिटर्न मिलने की संभावना: चूंकि अधिकांश सूचीबद्ध शेयर इक्विटी शेयर हैं, उनका मूल्य सीधे कंपनी के मूल्य से संबंधित है, इस प्रकार जब कोई कंपनी अच्छा प्रदर्शन कर रही है तो कंपनी के शेयरों के मूल्य में पर्याप्त वृद्धि होती है जो अच्छा रिटर्न प्रदान करती है।

कंपनी में हिस्सेदारी मिलती है: जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के हिस्सेदार बन जाते हैं। चाहे आपके पास कितने भी शेयर क्यों न हो आप कंपनी के ग्रोथ में भागीदार होते हैं और बदले में आपको वोटिंग अधिकार, लाभांश, बोनस आदि प्राप्त हो सकते हैं।

कभी भी शेयर खरीद और बेच सकते हैं: स्टॉक मार्केट पैसा लगाना और निकालना बहुत आसान है। आप कभी भी किसी भी लिक्विड स्टॉक को खरीद और बेच सकते हैं। आप कभी भी फायदे या नुकसान में अपना पैसा बाहर निकाल सकते हैं। बैंक एफडी या सरकारी बॉन्ड की तरह यहाँ कोई निर्धारित निवेश अवधि नहीं होती है।

महंगाई से बचने का उपाय: मुद्रास्फीति से बचने के लिए शेयर बाजार में निवेश एक अच्छा उपाय है, क्योंकि शेयर बाजार में निवेश थोड़े समय के दौरान उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन लंबी अवधि में सामान्य पूंजी वृद्धि के कारण शेयर का मूल्य महंगाई दर से अधिक बढ़ता है। उदाहरण के लिए, जून 2020 में महंगाई की दर 6% है और स्टॉक मार्केट निवेश पर औसत रिटर्न दर 16% रही है।

डिविडेंड आय: कंपनियां शेयरधारकों को लाभांश के रूप में प्रति वर्ष आय भी प्रदान करती हैं जो की सीधे उनके बैंक खाते में ट्रान्सफर हो जाते हैं। हालांकि यह राशि हर वर्ष अलग-अलग हो सकती है, कंपनी के मुनाफे के अनुसार यह कम या अधिक हो सकता है। जहां कंपनी को कोई लाभ नहीं तो डिविडेंट नहीं मिल सकता है।

डायवर्सिफिकेशन: शेयर बाजार के फायदे की लिस्ट में डायवर्सिफिकेशन का एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसका मतलब यह है की निवेशक अपने पोर्टफोलियो में अलग-अलग सेक्टर और उद्योग के अनुसार अलग-अलग कंपनी के स्टॉक में निवेश कर सकता है। डायवर्सिफिकेशन जोखिम को कम करता है और मुनाफे की संभावना को बढ़ाता है।

निवेश करना आसन और सुविधाजन है: शेयर बाजार में निवेश करना सबसे अधिक सुविधाजन निवेशों में से एक है। आप बड़ी आसानी से ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं और अपने कंप्यूटर या मोबाइल से ऑनलाइन शेयर खरीद सकते है।

शेयर बाजार के नुकसान

अस्थिर निवेश: शेयर बाजार अत्यंत अस्थिर (volatile) है इसमें लगातार उतार-चढाव होते रहते हैं। शेयर का भाव कभी भी बढ़ सकता है या घट सकता है। शेयरों के मूल्य को प्रभावित करने वाले कोई एक नही बल्कि कई सारे कारक हैं जैसे: बजट, सरकारी नीतियां, क्षेत्रीय घटनाएँ, महामारी या आपदाएं, कंपनी के लाभ-हानि, कंपनी के प्रबंधन में परिवर्तन आदि।

जानकारी का आभाव: स्टॉक मार्केट में ज्यादातर निवेशक किसी ब्रोकर या अन्य व्यक्ति की राय से अपना पैसा निवेश कर देते हैं जो की सही नही है। निवेश करने से पहले निवेशक को स्वयं शेयर बाजार का ज्ञान लेना जरुरी है। हालांकि सेबी और स्टॉक एक्सचेंजों के द्वारा कंपनियों को निवेशकों के लाभ के लिए सम्बंधित जानकारी का खुलासा करने का निर्देश होता है। लेकिन इसके बावजूद अधिकांश निवेशक अपने लाभ के लिए इस जानकारी का विश्लेषण और उपयोग करने में असमर्थ हैं। निवेशकों को इसके लिए प्रशिक्षण और अभ्यास की बहुत ज्यादा आवश्यकता है।

समय लग सकता है: निवेश करने के लिए हमें अच्छे स्टॉक्स की जरुरत होती है। एक अच्छे स्टॉक को सही समय पर खरीदना जरुरी है इसके लिए हमें एनालिसिस करना आना चाहिए। आपको शेयर बाजार पर भी नजर रखनी होगी, क्योंकि बाजार के गिरावट में सबसे अच्छी कंपनी की कीमत भी गिर सकती है। सही शेयर को ढूंढना, सही भाव का इंतजार करना और उसमे निवेशित रहना इसमें काफी समय लग सकता है।

निवेशक को अंतिम में भुगतान किये जाते हैं: जैसे किसी बिज़नेस के मालिक को अंत में पैसे मिलते हैं ठीक उसी तरह निवेशको को अंतिम में भुगतान किये जाते हैं क्योंकि स्टॉक एक व्यवसाय के स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करते हैं। एक कंपनी को पहले अपने कर्मचारियों, आपूर्तिकर्ताओं, लेनदारों को भुगतान करना होता है। इसके अलावा व्यवसाय को चलाने के लिए जरुरी सुविधाओं और टैक्स के लिए भुगतान करना पड़ता है। फिर बचा हुआ कोई भी पैसा उसके मालिकों के बीच वितरित किया जाता है।

टैक्स: शेयर बाजार में निवेश करने पर आपको स्टॉक की खरीदी-बिक्री और इनकम पर टैक्स देना पड़ता है। यहाँ तक की यदि आप अपने निवेश किये गये शेयर को नुकसान में भी बेचते हैं तो भी आपको टैक्स देने पड़ सकते हैं।

ब्रोकरेज: जब कोई निवेशक शेयर खरीदता या बेचता है तो उसे ब्रोकर को ब्रोकरेज शुल्क के रूप में एक निश्चित अनुपात का भुगतान करना होता है। चाहे आप लाभ में हो या घाटे में आपको ब्रोकरेज फीस देनी ही पड़ती है।

भावनाओं को काबू में रखना जरुरी है: स्टॉक की कीमतें लगातार हर सेकंड बढ़ती और गिरती हैं। लोग अपनी भावनाओं को नियंत्रित नही कर पाते हैं और स्टॉक को बढ़ता हुआ देख लालच के कारण अधिक मात्रा में खरीदते हैं, और गिरने पर डर के कारण बेच देते हैं। सबसे अच्छा तरीका है कि निवेश करने से पहले जोखिम को ध्यान में रख कर निवेश करें और शेयरों की कीमतों में उतार-चढ़ाव को लगातार न देखें।

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निष्कर्ष

शेयर बाज़ार में निवेश करना फायदेमंद तो है ही लेकिन इसमें जोखिम भी शामिल हैं। आप अपना पैसा किसी स्टॉक क्यों निवेश कर रहे हैं यह आपको पता होना चाहिए। नये लोगों को हमेशा निवेश करने से पहले शेयर बाजार के बारे में सीखने की सलाह दी जाती है। यदि आप पहली बार शेयर बाजार में निवेश करने का निर्णय लेते हैं, तो केवल वही राशि निवेश करें जिसे आप नुकसान के रूप में देख पायें। जोखिम और लाभ दोनों को समझने के लिए आपको अपना शोध ठीक से करने की भी आवश्यकता है। हमेशा एक रणनीति या योजना बनाकर ही निवेश करे जिससे आप शेयर बाजार में खुश और समृद्ध रहेंगे।

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