रामायण काल में युद्ध के दौरान जब लक्ष्मण जी बेहोश हुए तो हनुमान जी जिस “संजीवनी बूटी” को लाने हिमालय पर्वत पर गये थे वो दरअसल हिमालयन बेरी ही है जो की लेह-लद्दाख में पायी जाती है।
Himalayan Berry को अंग्रेजी में Sea Buckthorn कहा जाता है। यह एक प्रकार की औषधि है जिसके बारे में यह माना गया है की यह धरती पर लगभग 30 अरब वर्षों से मौजूद है।
खट्टे स्वाद वाला यह रसीला फल खाने में स्वादिष्ट तो होता ही है इसके साथ ही इसके फल, फूल, पत्तियां और बीज औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं।
सी बकथोर्न (हिमालयन बेरी) में 428 प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं और इसीलिए इसे “पोषण तत्वों का खजाना” कहा गया है।
हिमालयन बेरी में क्या-क्या पाया जाता है?
इसमें कई तरह के विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं जैसे:
- विटामिन – सी
- विटामिन – ए
- विटामिन – इ
- फोलिक एसिड
- ओमेगा 3,6 और 9
- 18 प्रकार के एमिनो एसिड
- 24 प्रकार के मिनरल्स पाए जाते हैं
हिमालयन बेरी में भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन पाया जाता है इसलिए लेह-लद्दाख और सिन्धु नदी के आसापास के लोग ऑक्सीजन की कमी से बचने के लिए इसका उपयोग करते हैं।
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IMC Himalayan Berry Juice के बारे में
आप IMC company के बारे में जानते ही होंगे, यह विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रमाणित कंपनी है जो की organic products बनाती और हर्बल के क्षेत्र में इसका बहुत बड़ा नाम है।
IMC company के products बहुत ही असरदार होते हैं। यह कंपनी स्वाथ्य और रोजगार के क्षेत्र में बहुत बड़ा काम कर रही है।
यदि आप हिमालयन बेरी जूस का उपयोग करना चाहते हैं तो आप आईएमसी की हिमालयन बेरी जूस का ही उपयोग करें।
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IMC हिमालयन बेरी जूस के फायदे | Himalayan Berry Benefits in Hindi
- यह हर उम्र के लोगों के लिए लाभप्रद है।
- यह एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट, एंटीएजिंग और एंटी डिसीस है।
- इसमें एंटी-कैंसर के गुण भी पाए जाते हैं।
- यह हार्ट-अटैक और स्ट्रोक के खतरे को कम करता है।
- सर्दी-जुकाम और श्वास रोगों को ठीक करता है।
- त्वचा के रोगों के लिए बेहद लाभकारी है।
- कील-मुहासे, एक्जिमा, शुष्क त्वचा को ठीक करता है।
- त्वचा को निखारता है।
- यह शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है।
- संसार के जितने भी विटामिन -सी वाले फल हैं उनके मुकाबले हिमालयन बेरी में 4 से 100 गुना अधिक विटामिन -सी पाया जाता है।
- यह रक्तचाप को सुधारने का काम करता है।
- गैस्ट्रिक और पेट की समस्याओं को ठीक करता है।
- यह शरीर के बुरे कोलेस्ट्रोल (bad cholesterol) को खत्म करता है।
- यह ब्लड-शुगर और उच्च-रक्तचाप को नियंत्रित करने का अच्छा स्त्रोत है।
- इसका उपयोग गठिया के रोगों के लिए भी होता है।
- संक्रामक बीमारियों से त्वचा में पड़े चकतों को भी ठीक करता है।
- अल्सर में फायदेमंद है।
- अस्थमा, छाती दर्द में लाभकारी है।
- शरीर के फ्री रेडिकल्स को बेअसर करता है।
- रोगाणुओं और विषाणुओं को मारता है।
- घावों के संक्रमण को रोकता है।
- एंटी-इन्फ्लेमेटेरी गुणों की वजह से जोड़ों और मांसपेशियों का दर्द ठीक करता है।
- बुढापे की प्रक्रिया को कम करता है।
- कई लोग इसे सन स्क्रीन की तरह उपयोग करते हैं।
- मानसिक और यौन कमजोरी को भी दूर करता है।
- वजन कम करने में अत्यधिक प्रयोग किया जाता है।
- इसमें कैरोटीनॉइड नाम का महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाया जाता है जो की नजर को सुरक्षित रखने में लाभकारी है।
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