चाहे आप धान, गेहूं जैसे किसी भी अनाज की खेती करें, साग-सब्जी उगायें, फूल पौधे लगायें या किसी भी प्रकार के फसल की खेती करें IMC हर्बल एग्रो ग्रोथ बूस्टर आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
जैसा की आप सभी को पता है की पौधों को भी हम इंसानों की तरह ही सुचारू रूप से विकास करने के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। हम इंसानों को भोजन से सारे पोषक तत्व मिलते हैं जबकि पौधे जमीन के अंदर से जरुरी विटामिन, खनिज आदि ग्रहण करते हैं।
लेकिन खेतों में लगातार रासायनिक खाद और केमिकल युक्त दवाओं के छिडकाव की वजह से पौधे के अंदर के पोषक तत्व तो खत्म हो ही जाते हैं साथ जमीन की उर्वरा शक्ति भी कम होती जाती है।
इन सभी समस्याओं से निपटने के लिए IMC कंपनी ने Herbal Agro Growth Booster नाम का एक प्रोडक्ट बनाया है। आज हम आपको इसी आईएमसी हर्बल एग्रो ग्रोथ बूस्टर के फायदे, उपयोग विधि, कीमत, डिस्काउंट आदि की जानकारी देने वाले हैं।
Table of Contents
IMC हर्बल एग्रो ग्रोथ बूस्टर के फायदे – IMC Agro Growth Booster Benefits in Hindi
- यह रिसर्च आधारित पूरी तरह से हर्बल प्रोडक्ट है इसमें किसी भी प्रकार की केमिकल नही है।
- यह किसानो के खर्च को कम करता है।
- पैदावार बढ़ाकर किसानो की आय में वृद्धि करता है।
- यह शक्तिवर्धक, उपज वृधिकारक और फूलोत्तेजक उत्पाद है।
- यह फसल की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है और बिमारियों से बचाता है।
- यह पौधों के लिए हर्बल जैविक एवं पौष्टिक भोजन है।
- यह फसल को प्रकृतिक रूप से आवश्यक पोषक तत्व जैसे- विटामिन, प्रोटीन, मिनरल्स, एमिनो-एसिड आदि प्रदान करता है।
- इसके उपयोग से फूल झड़ना बंद हो जाता है और पैदावार को बढता है।
- फलों के आकार को बढाता है।
- पौधे के जड़ और तने को मजबूत करता है।
- यह प्रतिकूल वातावरण में भी पौधों को स्वस्थ बनाये रखने का काम करता है।
- पौधों को नई उर्जा देता है और फूलों-फलों को शक्ति प्रदान करता है।
- इसमें मौजूद नीम की वजह से एंटीबायोटिक, एंटीबैक्टीरियल एवं एंटीसेप्टिक तत्व पाए जाते हैं जो की कीड़े-मकोडों से लड़ने में मदद करता है।
- सफ़ेद मक्खियाँ, भृंग, झींगा, पत्ती खाने वाले कीड़े, सफ़ेद चींटियाँ, मिलीबग, माहू (एफ़िड) आदि को फसल से दूर रखता है।
- आंवला विटामिन सी की पूर्ती करता है और यह पौधों को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाता है।
- यह पौधे को विटामिन ए, सी, ई, बी-1, बी-2, बी-5, बी-12 आदि प्रदान करता है।
- आवश्यक खनिज जैसे: लौह, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, मग्नीज, जिंक, पोटैशियम आदि प्रदान करता है।
- इसे किसी भी प्रकार के खाद में मिलाया जा सकता है।
- यह जमीन में नमी बनाता है और इससे मिट्टी उपजाऊ बनती है।
- बंजर भूमि को उपजाऊ बनाता है।
- केचुआ फसलों के विकास के लिए बहुत ही उपयोगी होता है और इसके छिडकाव से केचुए पर कोई हानिकारक प्रभाव नही पड़ता।
- इसे कीटनाशक या फफूंदनाशक के साथ भी मिलाकर उपयोग किया जा सकता है।
- हर्बल खेती से प्राप्त फल-सब्जी और अनाज के सेवन से इंसान और पशु दोनों स्वस्थ रहते हैं।
आईएमसी हर्बल एग्रो ग्रोथ बूस्टर में क्या-क्या मिलाया गया है?
IMC का Herbal Growth Booster एक हर्बल उत्पाद है जिसमे कोई केमिकल नही है। इसे बनाने के लिए जैविक खेती से उगाये गये एलोवेरा, नीम, लेह बेरी, आंवला का उपयोग किया जाता है और साथ ही गौमूत्र की उचित मात्रा मिलायी गयी है। इन सभी में अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जिसकी जानकारी निचे दी गयी है: एलोवेरा: यह एक श्रेष्ठ प्राकृतिक औषधि है जिसमे मौजूद पौष्टिक तत्व पौधों के विकास और बिमारियों से बचने की क्षमता को बढाने के लिए विशेष योगदान देते हैं। इसमें 200 प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह प्राकृतिक नमी प्रदान करता है।
- एलोवेरा में विटामिन सी, ए, ई, बी-1, बी-5, बी-6, बी-12 पाए जाते हैं।
- इसमें 20 आवश्यक खानी-लवण, 8 जरुरी एमिनो एसिड और 11 द्वितीय श्रेणी के एमिनो एसिड पाए जाते हैं।
- एलोवेरा जीवाणु नाशक, फफूंदनाशक, एंटी-सेप्टिक, एंटी-बायोटिक, एंटी-माइक्रोबियल, एंटीफ्लामेट्री पाए जाते हैं।
- इसमें प्राकृतिक रूप से कैल्शियम, लौह, कॉपर, फास्फोरस, मैगनीज, पोटैशियम, जिंक, बीटा कैरोटिन, एंटीओक्सिडेंट और एंजाइम होते हैं।
आंवला: पौधों के विकास के लिए विटामिन सी बहुत ही जरुरी होता है और आंवले में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पायी जाती है। नीम: यह एंटी-सेप्टिक, एंटी-बायोटिक, एंटी बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं जो की कीड़े-मकोड़े से लड़ने में मदद करता है। लेह-बेरी: इसमें विटामिन सी की अच्छी मात्रा पाई जाती है यह ऑक्सीजन, विटामिन, और मिनरल्स से भरपूर होता है। गौमूत्र: गौमूत्र में कुछ ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जिनकी कमी होने पर पौधे ठीक तरह से विकसित नही हो पाते हैं। ये आवश्यक तत्व हैं: नाइट्रोजन, कैल्शियम, फास्फोरस, सोडियम, पोटैशियम आदि।
आईएमसी हर्बल एग्रो ग्रोथ बूस्टर का उपयोग कैसे करें?
- फसल बोने या रोपण के समय बीजोपचार करने के लिए एक लीटर पानी में 2 ml एग्रो ग्रोथ बूस्टर मिलाएं और उसमे बीजों को 24 घंटे डुबाकर रखें।
- हर 20-25 दिनों में छिडकाव करते रहें।
- फूल व फल लगने समय भी छिडकाव करें।
- इसे आप किसी भी खाद में मिलाकर भी उपयोग कर सकते हैं।
हर्बल एग्रो ग्रोथ बूस्टर की मात्रा
- प्रति 1 लीटर पानी में 1.0 से 1.5 मी.ली. एग्रो ग्रोथ बूस्टर मिलकर छिडकाव करें।
- इसे फ्लड व ड्रिप इरिगेशन के द्वारा 500 मि.ली. प्रति एकड़ के अनुसार उपयोग किया जा सकता है।
आईएमसी हर्बल एग्रो ग्रोथ बूस्टर की कीमत – IMC Agro Growth Booster Price
- Herbal Agro Growth Booster (100 ml) – MRP: 95, Discount Price: 75, BV: 28
- Herbal Agro Growth Booster (500 ml) – MRP: 450, Discount Price: 330, BV: 135
- Herbal Agro Growth Booster (1 ltr) – MRP: 775, Discount Price: 595, BV: 250
नोट: यदि आपके पास IMC की Associate ID या Customer ID है तो आप ऊपर बताये गये डिस्काउंट प्राइस पर प्रोडक्ट को खरीद सकते हैं। प्रोडक्ट खरीदने के लिए आप अपने नजदीक किसी भी IMC Store पर जाकर खरीद सकते हैं। यदि आपने IMC join किया है तो आप ऑनलाइन आर्डर भी कर सकते हैं। आगे पढ़ें: