इंसानों के लिए गौमूत्र किसी वरदान से कम नही है यह इतना प्रभावशाली है कि यह हमारे पूरे शरीर और मस्तिष्क के रोगों को ठीक कर सकता है। गाय के मूत्र में एंटीकैंसर तत्व पाए जाते हैं। यह प्राकृतिक एंटीबायोटिक, एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल, एंटी एलर्जिक की तरह काम करता है।
आयुर्वेद के अनुसार गौमूत्र एक संजीवनी की तरह है और इसका उपयोग करना पूरी तरह से सुरक्षित है। लेकिन केवल भारतीय नस्ल की गायों में ये गुण पाए जाते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार सभी रोगों का जड़ वात, पित्त और कफ दोषों के असंतुलन से होता है। गौमूत्र इन तीनो दोषों को ठीक करने में पूरी तरह सक्षम है।
गौमूत्र में 18 प्रकार के खनिज तत्व पाए जाते हैं जैसे: आयरन, कॉपर, नाइट्रोजन, मैगनीज, क्लोरिन, कार्बोलिक एसिड, सिलिकॉन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, गोल्ड, सिट्रिक्स, एंजाइम्स, विटामिन ए, बी, सी, डी आदि पाए जाते हैं।
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IMC गोमूत्र का उपयोग क्यों करें?
जैसा की आपको पता है आईएमसी कंपनी के सभी प्रोडक्ट बेस्ट क्वालिटी के होते हैं और प्रोडक्ट की गुणवक्ता में विशेष ध्यान दिया जाता है।
आईएमसी गोमूत्र का कोई भी बड़े आराम से पी सकता है क्योंकि इसमें इलायची और तुलसी डाली गई है जिससे यह सुगंधित हो जाता है।
IMC में गौमूत्र कैसे बनाया जाता है?
आईएमसी के हर्बल गोमूत्र को बनाने के लिए पहले गोशाला में खड़ी गाय से सुबह, दोपहर व शाम को स्टील के बर्तन में मूत्र एकत्रित किया जाता है। स्टील टैंक में इक्कठा करने के बाद इसे डबल डिस्टिलेशन के द्वारा सभी अशुद्धियों को निकाल दिया जाता है। इस प्रक्रिया में गोमूत्र की गुणवक्ता में कोई बदलाव नही आता।
इसके बाद शुद्ध किये गये गोमूत्र में इलाइची और तुलसी डाली जाती है। इससे तुलसी और इलायची दोनों का भी लाभ मिलता है। यह पीने के लिए पूरी तरह से शुद्ध होता है।
IMC गौमूत्र के फायदे – IMC Herbal Gomutra Benefits in Hindi
- यह बात पित्त और कफ को संतुलित करता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है जिससे बिमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है।
- गोमूत्र से बढ़िया डिटॉक्सिफिकेशन कोई नहीं कर सकता। यह शरीर की सारी गंदगी को बाहर निकाल देता है।
- यह चर्म रोग यानि त्वचा सम्बंधित समस्याओं में लाभकारी है।
- मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
- पीलिया की बीमारी में लाभ मिलता है।
- खून को साफ करता है और रक्त दोषों को दूर करता है।
- कैंसर की बीमारी में लाभदायक है।
- यह दर्द निवारक के रूप में भी काम करता है और यह सूजन को भी कम करता है ।
- हृदय रोग, शुगर और माइग्रेन में लाभकारी है।
- गोमूत्र श्वास नली फेफड़े संबंधी रोगों में विशेष तौर पर लाभकारी है।
- सर्दी जुकाम और दमे में गोमूत्र को हल्का गर्म करके पीने से लाभ मिलता है।
- जोड़ों के दर्द में गोमूत्र को गर्म करके मालिश करने से आराम मिलता है।
- सुबह शाम को मूत्र से चेहरा धोने पर कील मुंहासे नष्ट हो जाते हैं।
- पेट दर्द, कब्ज, अपच जैसे पेट सम्बन्धी रोगों को ठीक करता है।
- शहद, नीबू और पानी के साथ गोमूत्र का रोज सेवन करने से शरीर के अनावश्यक चर्बी और मोटापा दूर हो जाता है।
IMC गौमूत्र का सेवन कैसे करें?
15 ml गोमूत्र को 50 ml पानी में मिलाकर सुबह-शाम खाली पेट पियें। शुरुआत में यदि आपको दस्त हो जाए तो घबराएं नही। यह एक उत्तम लक्षण हैं। शुरुआत कम मात्रा से करें भी 30ml लेवें या चिकित्सक की सलाह से सेवन करें।
IMC गोमुत्र का सेवन स्वस्थ व्यक्ति को भी रोजाना करना चाहिए। यदि गोमूत्र को पानी में मिलाकर नहाए तो शरीर के सभी रोगाणु खत्म हो जाते हैं।
आईएमसी गोमूत्र की कीमत क्या है?
यदि आपके पास आईएमसी की आईडी है तो आप डिस्काउंट प्राइस (DP rate) में खरीद सकते हैं। आईडी नहीं होने पर आप एमआरपी मूल्य पर इस प्रोडक्ट को खरीद सकते हैं।
IMC Herbal Gomutra (500 ml) – MRP 395 – DP Rate – 300
IMC Herbal Gomutra (1000 ml) – MRP 725 – DP Rate – 530
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