4 अप्रैल को, एचडीएफसी बैंक ने घोषणा की थी कि पैरेंट कंपनी एचडीएफसी अब HDFC बैंक के साथ विलय करने वाली है
बताया गया था की कंपनी अपने 6.8 करोड़ से अधिक ग्राहकों को बिना रुकावट होम लोन और लीवरेज की डिलीवरी करने के लिए HDFC बैंक के साथ मर्जर का कदम उठाने जा रहा है.
इस मर्जर के बाद एचडीएफसी के शेयरधारकों को प्रत्येक 25 एचडीएफसी शेयर पर HDFC बैंक के 42 शेयर प्राप्त होंगे. यह अनुपात करीब 1:1.68 का बनेगा.
विलय के बाद, एचडीएफसी बैंक 100% सार्वजनिक शेयरधारकों के स्वामित्व में होगा और एचडीएफसी के मौजूदा शेयरधारकों के पास पूर्व का 41% हिस्सा होगा।
इस मर्जर की घोषणा अप्रैल में HDFC बैंक की तरफ से हो गयी थी और अब इससे सम्बन्धित नई खबर आई है
अब एचडीएफसी बैंक और पैरेंट एचडीएफसी विलय प्रक्रिया के करीब पहुंच गए हैं
एचडीएफसी-एचडीएफसी बैंक विलय को स्टॉक एक्सचेंजों से मंजूरी मिल गयी है
कंपनियों को 2 जुलाई को स्टॉक एक्सचेंजों, बीएसई और एनएसई से 'ऑब्जरवेशन लैटर' प्राप्त हुए।
ऑब्जरवेशन लैटर का मतलब है कि दोनों एनएसई और बीएसई स्टॉक एक्सचेंज को इस विलय को लेकर कोई आपत्ति नहीं है.
इस प्रस्तावित विलय से एक बड़ी बैलेंस शीट और नेटवर्थ तैयार होगी होगी, जो इकनॉमी में क्रेडिट के ज्यादा फ्लो की मंजूरी देगा.
यह इंफ्रास्ट्रक्चर लोन, देश की तत्काल आवश्यकता सहित बड़े लोन मुहैया कराने में मददगार साबित होगा.
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