रिलायंस इंडस्ट्रीज ने दिया अरब देशों को झटका, रूस से मिलाया हाथ

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रूस - यूक्रेन की लड़ाई के बाद रूस ने अपने क्रूड ऑयल को ग्लोबल रेट के मुकाबले कम कीमत पर बेचने का ऐलान किया था

इसके बाद से भारतीय रिफाइनिंग कंपनियों ने तेल के आयात के लिए रूस की तरफ बढने लगे 

रूस से इंपोर्ट पर लागत अधिक होने की वजह से भारत की रिफाइनरियों को कुछ खास फायदा नहीं हुआ है

अगर अप्रैल की बात करें तो भारत में कुल क्रूड आयल आयत में 5% आयल रूस से आया था 

अब खबर है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने रूस से जमकर क्रूड ऑयल की खरीदारी की है

आंकड़ों से पता चलता है कि रिलायंस ने मई में प्रति दिन लगभग 1.4 मिलियन बैरल तेल का आयात किया, जो अप्रैल के मुकाबले 9.1 फीसदी अधिक है.

खबरों के मुताबिक, रूस इस वक्त ग्लोबल रेट के मुकाबले 35 फीसदी के कम रेट पर क्रूड ऑयल बेच रहा है 

भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा क्रूड ऑयल इंपोर्ट करने वाला देश है

सरकारी और प्राइवेट रिफाइनरियों ने सस्ते क्रूड ऑयल की वजह से रूस का रुख किया, क्योंकि ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें लगातार तेजी से ऊपर जा रही 

रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध की वजह से शिपिंग  इंश्योरेंस कॉस्ट में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. साथ ही कच्चे तेल का कारोबार करने वाले व्यापारियों ने अपना मार्जिन कॉस्ट भी बढ़ा दिया है. 

यही वजह है भारत को रूस से क्रूड ऑयल के आयात महंगा पड़ रहा है, क्योंकि शिपिंग और इंश्योरेंस कॉस्ट के रूप में बड़ी रकम का भुगतान करना पड़ता है